क्यों मै क्रिसमस मनाता हूँ | STAND for SATYA

क्रिसमस को यीशु मसीह के जन्म को याद करने के लिए मनाया जाता है, जिसे हम मसीही परमेश्वर के पुत्र मानते हैं। 'क्रिसमस ’नाम क्राइस्ट के Mass (हिंदी में मिस्सा या सेवा कहते है) से आया है। क्रिसमस अब दुनिया भर के लोगों द्वारा मनाया जाता है, चाहे वो मसीही हो या न हो यहाँ तक कि नास्तिक भी इसको मनाते है। पर वो लोग इस दिन को मनाने के उद्देश्य को नही जानते न समझते है और इसको केवल एक मजा करने वाले दिन त्योहार के रूप में देखते है मानते है। जो कि बहुत गलत है। पर एक सच्चा मसीही ऐसा नही करेगा क्योंकि उससे मालूम है यह दिन क्यों मनाया जाता है। और अगर नही जानता तो उससे यह जानना चाहिए। (क्रिसमस की तारीख) यीशु के वास्तविक जन्मदिन का तारीख कोई नहीं जानता है! बाइबल में कोई तारीख नहीं दी गई है, पर सवाल आता है हम इसे 25 दिसंबर को क्यों मनाते हैं? तो आइए जानते है: 

 * 25 दिसंबर को मनाई गई क्रिसमस की पहली रिकॉर्ड की गई तारीख 336 में रोमन सम्राट कांस्टेंटाइन (वह पहले ईसाई रोमन सम्राट थे) के समय थी। लेकिन यह इस समय एक आधिकारिक रोमन राज्य का त्योहार नहीं था। जैसा हम जानते है कि सैटर्नालिया एक रोमन महोत्सव 17 to 23 दिसंबर को मनाया जाता था और रोमन देवता सैटर्न के आदर में यह मनाया जाता था। रोमन यह भी मानते थे कि 17 to 13 दिसंबर को solatice जगह लेता था। और यह भी माना जाता है कि 274 में रोमन सम्राट ऑरेलियन ने 'Dies Natalis Solis Invicti' (जिसका अर्थ है 'अपराजित सूरज का जन्मदिन') को 'सोल इनविक्टस' भी कहा जाता था और इसे 25 दिसंबर को आयोजित किया गया था। और इसलिये तारीख के कारण, कुछ लोगों का कहना है कि इन रोमन त्योहारों से मसीहियों ने 25 दिसंबर को निकाला है इसलिए यह क्रिसमस पगान(pagan) त्योहार है। पर यह एक Logical fallacy तर्कदोष है जिसको genetical fallacy कहते है। 

 * यह ऐसे हुआ जैसे : (शनिवार को हिन्दू शनी देव की पूजा करते है और नेपाल में क्रिस्चियन उस दिन चर्च जाते है मतलब नेपाली क्रिस्चियन शनी देव की पूजा करते है।) अब आप समझ गए होंगें कि यह कितनी मूर्खता वाला तर्क है।

 * ठीक उसी तरह जब कोई यह कहता है कि रोमन लोग 25 दिसम्बर को रोमन देवता का जन्म मनाते थे और क्रिस्चियन 25 दिसम्बर को क्रिसमस मनाते है इसलिए क्रिस्चियन भी रोमन देवता को पूजते है। यह कितना मूर्खता वाला तर्क है अब आप समझ गए होंगे। और sol invictus त्योहार का मध्य चौथी शताब्दी के पहले यह त्योहार मनाने का कोई पक्का सबूत नही है। और 354 ईस्वी का फिलाकलियन कैलेंडर 25 दिसंबर को "नतालिस इनविक्टि" का त्योहार तारीख देता है। उससे पहले यह मनाया जाता था कोई सबूत नही है। और वही क्रिसमस को मनाने की पहली रिकार्ड 336 ईसवी है। विकिपीडिया :
और sol invictus के आने से पहले से ही यहूदी और मसीही प्रकाश का त्योहार यहूदी त्यौहार, हनुक्का किस्ले 25 की पूर्व संध्या पर शुरू होता है (यहूदी कैलेंडर में वह महीना जो दिसंबर के लगभग उसी समय होता है) मनाया जाता था और अब भी मनाया जाता है। इसका जिक्र हम नयी नियम में पाते है। 

 यूहन्ना 10:22 यरूशलेम में स्थापन पर्व(हनुक्कह) हुआ, और जाड़े की ऋतु थी। 23 और यीशु मन्दिर में सुलैमान के ओसारे में टहल रहा था। 

 और यह एक अच्छा कारण हो सकता है परम्भिक कलीसिया के लिए 25 दिसंबर को क्रिसमस चुनना। और हम मसीही यह मानते ​​है कि यीशु संसार की ज्योति है, इसलिए प्रारम्भिक मसीहियों ने सोचा कि यीशु के जन्म के रूप में मनाने का यह सही समय है। इसलिए मैं क्रिसमस मनाता हूँ और जब भी आप क्रिसमस मनाते हैं, तो याद रखें कि आप एक वास्तविक घटना को याद कर मना रहे हैं जो लगभग 2000 साल पहले हुआ था, कि परमेश्वर ने अपने पुत्र को दुनिया में भेजा हम पापियों को बचाने के लिए और वह सभी के लिए भेजा गया। यही सही अर्थ है क्रिसमस का। 

 Merry Christmas
 GOD BLESS YOU 

 Abhishek Vical

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