बाइबिल में दास दासी को सोटे से मारने पे न मरे तो मारने वाले को दंड नहीं !

 



बाइबिल में दास दासी को सोटे से मारने पे न मरे तो मारने वाले को दंड नहीं !

बाइबिल निर्गमन अधयाय 21

20 यदि कोई अपने दास वा दासी को सोंटे से ऐसा मारे कि वह उसके मारने से मर जाए, तब तो उसको निश्चय दण्ड दिया जाए।

21 परन्तु यदि वह दो एक दिन जीवित रहे, तो उसके स्वामी को दण्ड न दिया जाए; क्योंकि वह दास उसका धन है॥


Exodus 21:20–21, “If a man strikes his male or female slave with a rod and he dies at his hand, he shall be punished. 21 If, however, he survives a day or two, no vengeance shall be taken; for he is his property 


वचन कह रहा है 2 चीज

1) यदि कोई अपने दास दासी (slaves) को सोटे (rod)  से ऐसा मारे की वो मर जाये तो उस मालिक को निश्चय दण्ड दिया जाए।

2) पर यदि दास दासी (slaves) एक या दो दिन जीवीत रहे तो उस मालिक को दण्ड नही दिया जाए क्योंकि वो दास दासी (slaves) उसका धन है।


अब कोई बाइबिल को पूरा पढ़ेगा नही आधा ही पढ़ेगा तो यही सोचेगा की बाइबिल दास दासियो पे अत्याचार करने का समर्थन करता है।


पर क्या सजा देना सोटे (rod) से मारना केवल दास दसियों के लिए था? नही यह सभी के लिए था जो गलती करता था चाहे गलती करने वाला दास दासी (slaves) हो या आम लोग हो सजा सब के लिए बराबर था।


सोटे मारने की सजा उनको भी जो दास दासी नही थे:-


व्यवस्थाविवरण - अध्याय 25

1 यदि मनुष्यों के बीच कोई झगड़ा हो, और वे न्याय करवाने के लिये न्यायियों के पास जाएं, और वे उनका न्याय करें, तो निर्दोष को निर्दोष और दोषी को दोषी ठहराएं।

2 और यदि दोषी मार खाने के योग्य ठहरे, तो न्यायी उसको गिरवाकर अपने साम्हने जैसा उसका दोष हो उसके अनुसार कोड़े गिन गिनकर लगवाए।

3 वह उसे चालीस कोड़े तक लगवा सकता है, इस से अधिक नहीं लगवा सकता; ऐसा न हो कि इस से अधिक बहुत मार खिलवाने से तेरा भाई तेरी दृष्टि में तुच्छ ठहरे॥


एक ढीठ बेटे को सीधा करने के लिए सोटा (रोड) का इस्तेमाल :-


नीतिवचन - अध्याय 22

15 लड़के के मन में मूढ़ता की गाँठ बन्धी रहती है, परन्तु छड़ी की ताड़ना के द्वारा वह उस से दूर की जाती है।


नीतिवचन - अध्याय 23

13 लड़के की ताड़ना न छोड़ना; क्योंकि यदि तू उसका छड़ी से मारे, तो वह न मरेगा।

14 तू उसका छड़ी से मार कर उसका प्राण अधोलोक से बचाएगा।


सो जो ढिठाई करता है उसको सजा मिलता है जो दास दासी थे उनके ढिठाई करने पर उनको सजा मिलता था। अब कोई दास या दासी चोरी करे घर पर या अभद्र गन्दे काम करे गलत व्यवहार करें घर के औरतों से तो क्या करेंगे? आप सजा देंगे आप बेशक मारेंगे। 


और इसी वचन से उपर देखे तो साफ बता रहा है कि किसी को ऐसे मारे की वो मर जाये तो उस मारने वाले के भी प्राण ले लिया जाए।


निर्गमन - अध्याय 21

12 जो किसी मनुष्य को ऐसा मारे कि वह मर जाए, तो वह भी निश्चय मार डाला जाए।


तो कोई भी अपने दास दासी को ऐसे बेहरमी से न मारेगा की वो मर जाये इससे उसका भी प्राण चल जाएगा। इसलिए वो दास दासी को ऐसे मरेगा सजा देगा जिससे उसको सबक मिल जाये और वो आगे से ऐसी गलती न करने पाए।


और यह शब्द सोटा और इंग्लिश में rod जो है यह इब्रानी में बसेबेट है जिसका अर्थ है वो जो चरवाहा भेड़ बकरियो को सीधा करने के लिए इस्तेमाल करते है छड़ी।


בַּשֵּׁ֔בֶט (baš·šê·ḇeṭ)Preposition-b, Article | Noun - masculine singular

Strong's Hebrew 7626: 1) rod, staff, branch, offshoot, club, sceptre, tribe 1a) rod, staff 1b) shaft (of spear, dart) 1c) club (of shepherd's implement) 1d) truncheon, sceptre (mark of authority) 1e) clan, tribe


आप यह लिंक के द्वारा अर्थ देख सकते है। 

https://biblehub.com/strongs/exodus/21-20.htm


तो यह कोई चाकू या तलवार या कोड़ा से मारना या गर्म तेल कान में डाल देना ऐसा कोई समान नही है यह एक छड़ी है। 


पर जब मालिक मारे और दास दासी एक दो दिन में ठीक हो जाये तो मारने वाले को दंड क्यो नही?


वो इसलिए क्योंकि उसने उसको मारने के इरादे से नही मार था बल्कि उसको सही करने के लिए उसके गलती पे उसको सजा दिया था। और एक दो दिन में ठीक होना यह बताता है कि मार गम्भीर नही था या ऐसा नही था कि दास दासी के हाथ पैर तोड़ दिए या आँख फोड़ दिया। अगर मालिक ऐसा करता है तो उसके दास दासी उसी वक़्त वहाँ से छुड़ाय जाएंगे और वह काम नही कर्रेंगे और अगर उसने जाने न दिया तो उसके समाप्ति जब्त कर ली जाएगी।

और दास और दासी का खोना मालिक के लिए सबसे बड़ी सजा होगा क्योंकि उन्ही से उसका काम चलता था आमदनी होता था वही उनका धन था।


Jewish Commentary 

Ibn ezra 

https://www.sefaria.org/Exodus.21.26?with=Ibn%20Ezra&lang=bi&aliyot=0


निर्गमन - अध्याय 21

26 जब कोई अपने दास वा दासी की आंख पर ऐसा मारे कि फूट जाए, तो वह उसकी आंख की सन्ती उसे स्वतंत्र करके जाने दे।

27 और यदि वह अपने दास वा दासी को मारके उसका दांत तोड़ डाले, तो वह उसके दांत की सन्ती उसे स्वतंत्र करके जाने दे॥

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Abhishek Vical


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