कैसे जाने यूहन्ना रचित सुसमाचार यूहन्ना ने ही लिखा | STAND for SATYA

यह पता करने के लिए की यूहन्ना रचित सुसमाचार यूहन्ना ने लिखा है या नही उसके यह कुछ कारण है जिससे हम जान सकते है: 

 1) कलीसिया के पारम्परिक लेखों से जो यह साबित करते है कि यूहन्ना ने ही यह सुसमाचार लिखा था।

 * इरेनियस ने अपने Adversus Haereses (3.11.8) में लिखा था: अब सुसमाचार जिसमें मसीह इस तरह विराजमान है यूहन्ना के अनुसार उसने उजागर किया उसके राजसी,पराक्रमी और महाप्रतापी जन्म पिता की ओर से है कहता है: 
 1 आदि में वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था। 2 यही आदि में परमेश्वर के साथ था। 3 सब कुछ उसी के द्वारा उत्पन्न हुआ और जो कुछ उत्पन्न हुआ है, उस में से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्पन्न न हुई। इसलिए यह सुसमाचार सभी आत्मविश्वास के योग्य है, क्योंकि वास्तव में यह उनका व्यक्ति है। 

 * अलेक्जेंड्रिया के क्लेमेंट (150-215 ईस्वी), जैसा कि कैसरिया के चर्च इतिहासकार यूसेबियस द्वारा उद्धृत किया गया है (263-339 ईस्वी) निम्नलिखित को दर्शाता है: यूहन्ना ने सबसे आखिरी सुसमाचार लिखा पवित्र आत्मा की प्रेरणा से और रचा आत्मिक सुसमाचार।

 2) चौथे सुसमाचार की कई प्राचीन पांडुलिपियाँ लेखक के नाम को जॉन के रूप में सूचीबद्ध करती हैं। उदाहरण के लिए, पेपिरस 66 और पेपिरस 75,दोनों ईसवी 200 के आसपास थे,वो उस सुसमाचार को यूनानी भाषा में euangelion kata Ionannen कहती है जिसका अर्थ है "यूहन्ना के अनुसार सुसमाचार।"

 3) हम यूहन्ना रचित सुसमाचार के आखिरी अधयाय को देखे तो हम वहाँ लेखक के बारे एक चिन्ह पाते है कि यह लेखक कौन है। आइये देखते है:

 * आखिरी अध्याय में लेखक ने अपने बारे इस प्रकार बताया है:  
यूहन्ना 21:24 यह वही चेला है, जो इन बातों की गवाही देता है और जिस ने इन बातों को लिखा है और हम जानते हैं, कि उस की गवाही सच्ची है। 
 
(अब यहाँ फिर भी साफ नही है वो कौन है,आइये थोड़ा ऊपर के और वचन को देखे अध्याय 21 के) 

 यूहन्ना 21:20 पतरस ने फिरकर उस चेले को पीछे आते देखा, जिस से यीशु प्रेम रखता था, और जिस ने भोजन के समय उस की छाती की और झुककर पूछा हे प्रभु, तेरा पकड़वाने वाला कौन है? 21 उसे देखकर पतरस ने यीशु से कहा, हे प्रभु, इस का क्या हाल होगा? 22 यीशु ने उस से कहा, यदि मैं चाहूं कि वह मेरे आने तक ठहरा रहे, तो तुझे क्या? तू मेरे पीछे हो ले। 23 इसलिये भाइयों में यह बात फैल गई, कि वह चेला न मरेगा; तौभी यीशु ने उस से यह नहीं कहा, कि यह न मरेगा, परन्तु यह कि यदि मैं चाहूं कि यह मेरे आने तक ठहरा रहे, तो तुझे इस से क्या? 24 यह वही चेला है, जो इन बातों की गवाही देता है और जिस ने इन बातों को लिखा है और हम जानते हैं, कि उस की गवाही सच्ची है।

 (अब हम जान गए है कि यह वही चेला है जो यीशु के पकड़वाए जाने के पहले जब वो अंतिम भोज करने एक साथ इक्कठा हुए थे तब वो चेला यीशु के छाती की ओर झुक कर बैठ था। आगे हम देखते है कि यह चेला यीशु के प्रिय चेला था।)

 यूहन्ना 13:23 उसके चेलों में से एक जिस से यीशु प्रेम रखता था, यीशु की छाती की ओर झुका हुआ बैठा था। 

 (तो अब हम जान गए है कि यीशु के प्रिय चेला ने यह सुसमाचार लिखा है। पर वो चेला कौन है? अगर हम पहले के तीनों सुसमाचारों को देखे तो तीन चेले थे जो यीशु के करीबी घेरे में थे:पतरस,याकूब और यूहन्ना।)

 मत्ती 17:1 छ: दिन के बाद यीशु ने पतरस और याकूब और उसके भाई यूहन्ना को साथ लिया, और उन्हें एकान्त में किसी ऊंचे पहाड़ पर ले गया।
 मरकुस 9:2 छ: दिन के बाद यीशु ने पतरस और याकूब और यूहन्ना को साथ लिया, और एकान्त में किसी ऊंचे पहाड़ पर ले गया; और उन के साम्हने उसका रूप बदल गया।
 लुका 9 28 इन बातों के कोई आठ दिन बाद वह पतरस और यूहन्ना और याकूब को साथ लेकर प्रार्थना करने के लिये पहाड़ पर गया। 

 (तो बात आता है कि इन तीनों में से पतरस,याकूब और यूहन्ना में से किसने यह चौथा सुसमाचार लिखा? हम जानते है कि मरकुस ने प्रेरित पतरस से प्रेरित होकर मरकुस रचित सुसमाचार लिखा था। तो साफ है यह पतरस ने नही लिखा है और पतरस वो प्रिय चेला नही था क्योंकि पतरस ने खुद उस प्रिय चेले से बात की थी।) 

 यूहन्ना 13:23 उसके चेलों में से एक जिस से यीशु प्रेम रखता था, यीशु की छाती की ओर झुका हुआ बैठा था। 24 तब शमौन पतरस ने उस की ओर सैन करके पूछा, कि बता तो, वह किस के विषय में कहता है 

 (अब हम जान गए कि वो प्रिय चेला पतरस नही था। तब बचे सिर्फ 2 याकूब और यूहन्ना। पर याकूब भी यह प्रिय चेला नही थे जिन्होंने यह सुसमाचार लिखा था क्योंकि याकूब पहले ही सहीद हो चुके थे 12 प्रेरितों में सबसे पहले)

 प्रेरितों के काम 12 2 उस ने यूहन्ना के भाई याकूब को तलवार से मरवा डाला। 

 (तो यह साफ है कि याकूब ने यह सुसमाचार नही लिखा था। अब बचे यूहन्ना जो यही है जिन्होंने यह सुसमाचार लिखा था और 12 प्रेरितों में आखिर तक यही जीवित थे और इन्होंने ही प्रकाशित वाक्य पुस्तक लिखा यीशु ने भविष्य में होने वाली घटनाओं भविष्यवाणी को अपने प्रिय चेले को बताया।)

 
GOD BLESS YOU
 Abhishek vical

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