क़ुरान में विरोधाभास (भाग 1)

 




क़ुरान में अल्लाह कहते है की वह इस चीज़ को कभी माफ़ नहीं करेंगे जो उनके सिवा किसी और को शामिल करता है. कहने का अर्थ है अल्लाह के सिवा किसी और को पूजना या सजदा करने वाले को माफ़ नही किया जायेगा.


सूरह अन-निसा 4:116

निस्संदेह अल्लाह इस चीज़ को क्षमा नहीं करेगा कि उसके साथ किसी को शामिल किया जाए। हाँ, इससे नीचे दर्जे के अपराध को, जिसके लिए चाहेगा, क्षमा कर देगा। जो अल्लाह के साथ किसी को साझी ठहराता है, तो वह भटककर बहुत दूर जा पड़ा।


पर हम इसी सूरह के एक और आयत को देखे तो यहाँ  अल्लाह ने माफ़ कर दिया इस्राएलियों को जिन्होंने अल्लाह के सिवा किसी और को पूजा किसी और को सजदा किया. 


सूरह अन-निसा 4:153

किताबवालों की तुमसे माँग है कि तुम उनपर आकाश से कोई किताब उतार लाओ, तो वे तो मूसा से इससे भी बड़ी माँग कर चुके हैं। उन्होंने कहा था, "हमें अल्लाह को प्रत्यक्ष दिखा दो," तो उनके इस अपराध पर बिजली की कड़क ने उन्हें आ दबोचा। फिर वे बछड़े को अपना उपास्य बना बैठे, हालाँकि उनके पास खुली-खुली निशानियाँ आ चुकी थीं। फिर हमने उसे भी क्षमा कर दिया और मूसा को स्पष्ट बल एवं प्रभाव प्रदान किया।


और वही इस सूरह के इस आयात में अल्लाह कहते है चाँद सूरज किसी को सजदा न करना बल्कि केवल अल्लाह को सजदा करो जिसने इन्हे बनाया है.

हम यहाँ देख सकते है सृष्टि को सजदा करने से मन किया गया केवल सृष्टिकर्ता को सजदा करने कहा गया. 


 सूरह हा मीम 41:37

रात और दिन और सूर्य और चन्द्रमा उसकी निशानियों में से हैं। तुम न तो सूर्य को सजदा करो और न चन्द्रमा को, बल्कि अल्लाह को सजदा करो जिसने उन्हें पैदा किया, यदि तुम उसी की बन्दगी करनेवाले हो।


पर वही इस सूरह के इस आयात में अल्लाह ने फ़रिश्तो को कहा आदम को सजदा करने. मतलब सृष्टि को सजदा करो 


सूरह ता-हा  20:116

और जब हमने फ़रिश्तों से कहा, "आदम को सजदा करो।" तो उन्होंने सजदा किया सिवाय इबलीस के, वह इनकार कर बैठा। 


(तो हम यहाँ साफ़ तौर पर क़ुरान में विरोधाभास देख सकते है)


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Abhishek Vical



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